Tuesday, 6 September 2016


                            
वास्तु के अनुसार घर के मुख्यद्वार के सामने क्यू न लगाए पेड़ पौधे ?

वास्तु के अनुसार घर के मुख्यद्वार के सामने  बाधाए  नहीं होनी चाहिए। क्यूकी घर के मुख्यद्वार से जो सकारात्मक और धनात्मक ऊर्जा आती है | वह ऊर्जा घर में नहीं आती है| इसलिएघर के मुख्यद्वार के सामने  कोई भी बाधा जैसे  पेड़- पौधे  नहीं होने चाहिए। वास्तु के अनुसार कभी भी मुख्यद्वार के बिल्कुल सामने घर का प्रवेश द्वार  नहीं होना चाहिए। यह घर में आने वाली सम्पति में रुकावट  खड़ी करता है              

Friday, 2 September 2016



पूजा के वक़्त  गणेशजी को प्रथम  पूजा जाता है। और कहा जाता है की जिस घर में गणेश की पूजा होती है, वहां  सुख ,समृद्धि और लाभ मिलता है। इसके अलावा गणेशजी वास्तु दोष भी दूर करते है | गणेश जी की स्थापना अपने घर के main gate  के ऊपर या  ईशान कोण में की जाती  है| कहा जाता है की कभी भी गणेश जी को तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए । और भवन के मुख्य द्वार पर बाहर की और से गणेश  की बैठी हुई प्रतिमा लगानी चाहिए | उसका आकार 10-11 अंगुल से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
घर में पूजा के लिए गणेश जी शयन या बैठी मुद्रा में हो तो अधिक उपयोगी माने जाते है| कला या अन्य शिक्षा के लिए पूजन करना   है तो नृत्य गणेश की तस्वीर लगानी चाहिए|

गणेशजी  की मूर्ति  का मुख यदि नैर्ऋत्य मुखी हो तो लाभ  देती है, और वायव्य मुखी होने पर सम्पति की हानि और ईशान मुखी हो तो ध्यान ना लगना और आग्नेय मुखी होने पर भुखमरी तक ला सकती है। पूजा के लिए गणेश जी की एक ही प्रतिमा होनी चाहिए 

Wednesday, 31 August 2016


रसोईघर घर का एक महत्वपूर्ण भाग है। वास्तु शास्त्र में भी किचन को लेकर कई टिप्स दिए गए हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोईघर को शुभ दिशा में होना चाहिए। यदि सही दिशा में नहीं है तो यह कई प्रकार की समस्या उत्पन्न कर सकता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोईघर को घर के पूर्व व दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए,  ये दोनों दिशाएं वायु और प्रकाश का संचालन

करती हैं। दीवारों का रंग सफेद रखना चाहिए. सफेद रंग स्वच्छता की निशानी माना जाता है।
रसोईघर में टूटे बर्तन, और शीशा नहीं रखने चाहिए। रसोई का दरवाजा जरूरत न होने पर बंद ही रखना चाहिए।

Tuesday, 30 August 2016

Sunday, 28 August 2016


ऑफिस के लिए वास्तु – Vastu Tips for Office

ऑफिस आपके पेशे या व्यापार के लिए सोचने, काम के क्रियान्वन, व्यापार में वृध्दि और धन सृजन की जगह है आपके कार्यालय का आकार और डिजाइन कर्मचारियों को सकारात्मक ऊर्जा देने वाला और कार्य में समृद्धि देने वाला होना चाहिए |
कार्यालय की इमारत के लिए प्लॉट चौकोर या आयताकार होना चाहिए.
ऑफिस के मुखिया या मालिक के बैठने का स्थान दक्षिण पश्चिम कोने में होना चाहिए और बैठते समय उत्तर की तरफ का सामना करना चाहिए|
आगंतुकों से मिलने के लिए कक्ष उत्तर पूर्व या उत्तर पश्चिम दिशा में बनाया जा सकता है|
वित्त विभाग के लिए दक्षिण पूर्व दिशा और बिक्री एवं मार्केटिंग की टीम के लिए कार्यालय में उत्तर पश्चिमी दिशा उत्तम हैं|
कैंटीन दक्षिण पूर्व या उत्तर पश्चिम की ओर में होना चाहिए|
शौचालय के लिए पश्चिम और उत्तर पश्चिम दिशा उपयुक्त हैं|
छत की बीम के नीचे किसी भी बैठने की व्यवस्था नहीं करनी चाहिए|
कार्यालय के केंद्रीय क्षेत्र को खाली रखा जाना चाहिए|

Friday, 26 August 2016